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कविता

*"गिरना भी अच्छा है,*     *औकात का पता चलता है,*        *बढ़ते है जब हाथ उठाने को,*            *अपनों का पता चलता है"।* *"जिन्हे गुस्सा आता है,* *वो लोग सच्चे होते है,* *मैने अक्सर झूठो को,* *मुस्क...